मेपकास्ट में U-CRISP टूल रिसोर्स सेंटर उद्घाटित,विज्ञान एवं तकनीकी में सहयोग के लिए ब्रिटिश, उच्चायुक्त एवं मेपकास्ट के बीच हुआ अनुबंध,बीबीसी द्वारा घोषित विश्व के प्रमुख दस टूल्स में से एक है U-CRISP टूल,मेपकास्ट की बनाई तकनीकी का विश्वभर में होगा प्रयोग।
1सितम्बर/ विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा एवं ब्रिटिश उप उच्चायुक्त एवं मंत्री सुश्री क्रिस्टीना स्कॉट के मुख्य आतिथ्य में मनरेगा कार्यक्रमों के लिए जलवायु सूचना सेवा (CIS) टूल- U-CRISP Universal Climate Resilience Information System and Planning Tool का मेपकास्ट परिसर में लोकार्पण हुआ। मध्यप्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद द्वारा इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर एण्नवायरनमेंट एण्ड डेव्हलपमेंट के सहयोग से भारत सरकार के ग्रामीण विकास विभाग के अंतर्गत यह टूल विकसित किया गया है।
मंत्री सखलेचा ने बताया कि इस टूल के माध्यम से इकोसिस्टम एवं जलवायु परिस्थितियों को समझने में सहायता मिलेगी। क्लाइमेट चेंज को लेकर हम सभी को मिलकर प्रयास करना होगा। इस टूल के माध्यम से ग्रामों को जोड़ा जायेगा, जिससे प्राप्त सूचना का लाभ ग्रामों को मिल पाएगा। साथ ही इकोसिस्टम नेचर को समझने में इस टूल से सहायता मिल सकती है। मंत्री सखलेचा ने कहा कि विश्व के सभी देशों की समस्याओं के सभी को मिलकर समाधान निकालने होंगे। तेजी से हो रहे टेक्नोलॉजिकल चेंज से अर्बन एवं रूरल एरिया में जो अंतर आया है उसे समझ कर कार्य करना होगा।
मंत्री एवं ब्रिटिश उप उच्चायुक्त सुश्री क्रिस्टीना स्कॉट ने कहा कि तकनीकी ही सभी समस्याओं का उत्तर है। भारत एवं ब्रिटेन के बीच विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी को बढ़ाने के लिए हाल ही में हुए अनुबंधों का दोनों देशों को फायदा मिलेगा। अगले सप्ताह भारत में होने वाली जी 20 समूह की बैठक में भारतीय प्रधानमंत्री एवं ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के बीच होने वाली बैठक में विज्ञान एवं तकनीकी से जुड़े विषयों में आपसी सहयोग से साझा कार्यक्रमों के लिए सहमति बनेगी।
मध्यप्रदेश युवा आयोग के अध्यक्ष डॉ निशांत खरे ने कहा कि रिड्यूस, रीयूज, रीसाइकिल एवं रिस्पेक्ट ऑफ नेचर के चार मन्त्रों से ही हम प्रकृति को बचा सकते हैं। अब समय आ गया है कि हम बिल्डिंग के बाहर आकर क्लाइमेट चेंज के बारे में बात करें। परंपरा विज्ञान से संबंधित होती है और इसका वेलिडेशन करना उचित होगा। कार्यक्रम में पर्यावरण साथियों को सम्मानित भी किया गया। आईआईईडी से श्री टॉम मिशेल, डॉ. ऋतु भारद्वाज, डॉ. अनिल कोठारी, डॉ. आलोक चौधरी सहित मैपकास्ट के अधिकारी उपस्थित रहे।
U-CRISP रिसोर्स सेंटर का हुआ उद्घाटन: विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा एवं ब्रिटिश उप उच्चायुक्त एवं मंत्री सुश्री क्रिस्टीना स्कॉट ने मेपकास्ट में एक दिवसीय कार्यशाला में जलवायु लचीलापन योजना के अंतर्गत वैश्विक स्तर पर उपयोग एवं वैश्विक अधिकारियों के प्रशिक्षण के लिए स्थापित नवनिर्मित रिसोर्स सेंटर का भी उद्घाटन किया।
मेपकास्ट एवं ब्रिटिश उच्चायुक्त के बीच हुआ एमओयू: विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं नवाचार को बढ़ावा देने के लिए मेपकास्ट एवं ब्रिटिश उच्चायुक्त के बीच एमओयू किया गया। एमओयू से भविष्य में विभिन्न तकनीकी एवं नवाचार में दोनों संस्थाएँ मिलकर योजना बना सकेंगी, कार्य कर सकेंगी और नवीन प्रौद्योगिकियों को साझा भी कर सकेगी।
BBC द्वारा घोषित शीर्ष 10 नवाचार टूल में से एक है यह टूल: यू क्रिस्प टूल का विकास ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार और विदेशी राष्ट्रमंडल और विकास कार्यालय (एफसीडीओ) यूनाइटेड किंगडम सरकार के इंफ्रा-स्ट्रक्चर फॉर क्लाइमेट रेजिलिएंट ग्रोथ प्रोग्राम (आईसीआरजी) पोर्टफोलियो के अंतर्गत विशेष सहयोग से हुआ है। आवश्यकता को देखते हुए यूनिवर्सल टूल का निर्माण जिसके अंतर्गत अन्य देशों में भी क्लाइमेट चेंज की गतिविधियों को सम्पादित किया जायेगा। इस टूल को बीबीसी द्वारा ‘शीर्ष 10 नवाचार टूल’ में भी शामिल किया गया है।
U-CRISP टूल जलवायु परिवर्तन की संभावित चुनौतियों का सामना करने में ग्रामीण समुदायों को आवश्यक सहायता देगा। यह ग्रामीण परिवारों को स्थानीय जलवायु डेटा को प्राप्त करने और साझा करने की सुविधा प्रदान करने के साथ ही जलवायु संकट का सामना करने में मदद करता हैं और उनकी आजीविका की सुरक्षा के लिए संसाधनों तक पहुँचने की सुविधा प्रदान करता है। इस टूल को जलवायु प्रभावों का बेहतर प्रबंधन करने में मदद के साथ ही जल-संरक्षण के निर्माण के लिए एक एकीकृत दृष्टिकोण भी प्रदान करेगा। साथ ही विभिन्न विभागों जैसे कृषि, वन, जल संसाधन आदि की विकास पहलों के तहत भूमि विकास और पौध-रोपण के कार्यों का समर्थन कर सकता है। इस टूल से जलवायु प्रतिरोध क्षमता योजनाएँ भी ग्रामीण क्षेत्रों के लंबे समय तक सूखे से सुरक्षित करने का समर्थन कर सकती हैं।